Sunday, April 12, 2009

कहीं ग्रह न बिगाड़ दें कुर्सी का खेल

मतदाताओं का समर्थन पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे प्रत्याशी नामांकन का समय करीब आते ही ग्रहों का समर्थन हासिल करने की कोशिश में भी जुट गए हैं। अपने क्षेत्र के मतदाताओं को लुभाने में एक पल भी नहीं बर्बाद कर रहे ये उम्मीदवार अब पंडितों और ज्योतिषियों के लिए भी समय निकाल रहे हैं। दरअसल, अपनी जीत के लिए ये प्रत्याशी कोई 'रिस्क' लेना नहीं चाहते। इधर, पंडितों की मानें तो बुधवार का दिन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन है तो सोमवार के दिन का मुहूर्त भी 'ठीक-ठाक' है। हां, पंडितों ने शनिवार और मंगलवार को नामांकन न दाखिल करने की सलाह दी है।
नामांकन प्रक्रिया शनिवार 11 अप्रैल से शुरू हो रही है और शनिवार 18 अप्रैल तक चलेगी। इन आठ दिनों में 12 अप्रैल को रविवार और 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती की छुट्टी होने के कारण नामांकन नहीं भरे जा सकेंगे। यानि पर्चा दाखिल करने के लिए प्रत्याशियों को कुल छह दिन ही मिलेंगे। पंडितों के मुताबिक छह दिन की समयावधि में दो ही दिन श्रेष्ठ हैं। इन में पहला दिन है सोमवार और दूसरा दिन है बुधवार। जागरण से बातचीत में अखिल भारतीय ज्योतिष परिषद के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य कृष्णदत्त शास्त्री ने बताया कि सोमवार को स्थिर लग्न है और पर्चा भरने के लिए 11 से 12 बजे तक का समय श्रेष्ठ है। इस लग्न एवं योग में प्रत्याशी को लोकप्रियता मिलती है। इसी तरह बुधवार का दिन भी नामांकन दाखिल करने के लिए काफी अच्छा दिन है। इस दिन 11.30 बजे से 12.12 बजे तक अभिजीत मुहूर्त है। यानी इस मुहूर्त में पर्चा दाखिल करने वालों को विजयश्री भी मिलेगी एवं उन लोगों का भी समर्थन मिल जाएगा, जिनसे मिलने में अभी संदेह लग रहा है।
आचार्य जी बताते हैं कि उनके पास ही दिल्ली एनसीआर के करीब 20 प्रत्याशी नामांकन के लिए शुभ मुहूर्त निकलवाने आ रहे हैं। उन्होंने सभी को उक्त दो दिनों में ही पर्चा भरने की सलाह दी है। इसके अलावा आचार्य जी यह भी बताते हैं कि शनिवार और मंगलवार के दिन नामांकन न ही किए जाएं तो बेहतर है, क्योंकि इन दोनों दिनों में निकृष्ट योग है और जीतना तो दूर की बात, इन में पर्चा भरने वाले प्रत्याशियों का पर्चा भी रद हो जाए तो बड़ी बात नहीं।

1 comment:

shama said...

Aapka shukriya adaa karne aayee hun...aapke comments to 3 the, lekin jab publish hue to 2 hee hue...pata nahee aisa kyon ho raha hai..khair...
Aap gar "edit profile" me jayenge to vahan "word verification"kaa option milega. Use hata sakte hain...gar aapko anchaahee tippaniyon se bachnaa hai to "comment moderation" select kar sakte hain..maibhi ye sab any maargdarshak, snehee bloggers sehee seekhee hun...unkee hamesha shukrguzaar rahungee..
In technical aspects ke baareme, khud mujhe adhik nahee pata...trial & error se seekhtee rehtee hun...!

Aapne jo "apne baareme " likha hai, pooree tarahse sehmat hoon...useeke tehet," aajtak yahantak" is blogpe, "ye kahan aa gaye ham...", ye maalikaa likh rahee hun..aglee kishtme samapan hoga...yaa hona to chahiye...